दीदी के बदन की मालिश और चूत चुदाई -1

मैं अपनी मौसी के घर गया तो मौसी-मौसा दोनों काम पर जाते थे और उनका बेटा स्कूल... मौसी की बेटी शिल्पा जो मेरे से एक साल बड़ी थी, हम दोनों घर में अकेले रहते थे... एक दिन शॉपिंग के बाद शाम

मामा की बेटी ने चूत चोदना सिखाया-2

मामा की बेटी कुछ दिनों के लिए हमारे घर रहने आई... रात को मैं दीदी को मना कर उनके पास सो गया.. बीच रात में मुझे लगा कि दीदी मेरे हाथ अपने चूचों पर दबा रही हैं... फ़िर दीदी ने मेरी गर्ल फ़्रेन्ड के बारे मे पूछा…

किस-किस की चुदाई करूँ -2

मेरी सौतेली बहन का पति गांडू निकला... मैंने उसकी मम्मी से बात की तो उन्होंने सब ठीक करने का वादा किया और उसी दिन शराब पीकर मेरे जीजा ने मुझे मेरी बहन की चूत मारने का न्यौता दे दिया.. योजनानुसार हम तीनों मनाली गए और ...

किस-किस की चुदाई करूँ -1

एक बार अनिल अपनी बहन को लेकर मेरी बहन के जन्मदिन पर आया तो उन दोनों को मेरी बहन पद्मा पसन्द आ गई और जल्दी ही अनिल और पद्मा की शादी हो गई। लेकिन पद्मा इस शादी से खुश नहीं थी।

मां और बहन की चुदाई का मजा- 1

हॉट सेक्स मॉम स्टोरी में पढ़ें कि मैंने मम्मी पापा की चुदाई देखी तो पता लगा कि मम्मी प्यासी रह जाती हैं पापा से चुद कर. मम्मी का नंगा बदन देख कर मुझे भी कुछ कुछ होता था.

जवान पड़ोसन को पटाकर खुली छत पर चोदा- 2

हॉट लड़की की सेक्सी कहानी में पढ़ें कि एक बार चूत चोदने के बाद मुझे चुदाई की ललक लग गयी. मैं दोबारा उसकी चूत मारना चाहता था मगर वो मुझे देख ही नहीं रही थी. तो मैंने क्या किया?

मेरी बीवी ने जेठ से चूत चुदवा ली- 1

इंडियन सेक्स रोमांस स्टोरी में पढ़ें कि मेरी बीवी सेक्सी, कामुक है. वो चुदाई के लिए एकदम तैयार हो जाती है. मैं अपनी बीवी की चुदाई गैर मर्द से होते हुए देखना चाहता था.

आंटी की गांड चाटी और गंदे तरीके चुदाई

इस गंदी सेक्स कहानी चुआई की में पढ़ें कि मुझे गंदी चुदाई बहुत पसंद हैं जैसे औरतों की चूत चाटना, गांड में जीभ डालना!मैं अपनी पहचान की एक सेक्सी चालू आंटी के घर गया तो …

जवान पड़ोसन को पटाकर खुली छत पर चोदा- 1

लड़का लड़की सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी नजर मेरी पड़ोस की लड़की पर गयी. वो देखने में बहुत खूबसूरत थी. मेरा दिल उस पर आ गया. उससे कैसे मेरा टांका फिट हो गया?

धोबी घाट पर माँ और मैं -6

मेरी माँ पेशाब करके आ गई लेकिन बड़ी देर तक मेरे लंड से पेशाब ही नहीं निकला, फिर जब लंड कुछ ढीला पड़ा तब जा के पेशाब निकलना शुरु हुआ। मैं वापिस माँ के पास आया तो माँ ने फिर से वही बातें शुरू

मामा की बेटी ने चूत चोदना सिखाया-1

मामा की बेटी कुछ दिनों के लिए हमारे घर रहने आई... वो मुझसे 4 साल बड़ी थी... एक दिन उसने मुझे मोबाइल पर खेलता देख कर डांट दिया तो हमारे बीच अनबन हो गई.. रात को दोस्ती करने के लिए मैं दीदी

धोबी घाट पर माँ और मैं-5

माँ ने मेरा हाथ अपनी चूचियों पर रख लिया…फिर पता नहीं क्या सोच कर वो बोली- ठीक है, मैं सोती हूँ यहीं पर… उत्तेजना वश मैं माँ की चूचियों पर हाथ फ़िराने लगा और मेरा दूसरा हाथ अपने लण्ड पर था।

धोबी घाट पर माँ और मैं-4

माँ कपड़े को नदी के किनारे नहाने लगी… माँ के दांतों से उसका पेटिकोट छुट गया और सीधे सरसराते हुए नीचे गिर गया और उसका पूरा का पूरा नंगा बदन एक पल के लिये मेरी आंखों के सामने दिखने लगा।

धोबी घाट पर माँ और मैं-3

जब माँ कपड़े को नदी के किनारे धोने के लिये बैठती थी, तब वो अपनी साड़ी और पेटिकोट को घुटनों तक ऊपर उठा लेती थी... एक दिन हम दोनों ने कपड़े धो लिये और सारा काम निपटा कर नहाने लगे…

गर्लफ्रेंड की चूत को लंड की चाह

माय गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे कॉलेज में एक लड़की मुझे पसंद आयी. उससे दोस्ती हुई और मैं उसे पटाकर चोदने के सपने देखने लगा. मैंने उसकी चूत कैसे चोदी?

होली पर मेरी ससुराल में घमासान सेक्स- 5

फेमिली सेक्स स्टोरी हिंदी में पढ़ें कि दो भाभी, दो ननद, तीन भाई, साला सहेली, सहेली का भाई, समधी, समधन ने मिल कर होली वाले दिन क्या सेक्स भरा हुड़दंग मचाया.

पहले प्यार की चुदाई का पहला अहसास

फर्स्ट लव सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मुझे एक प्यारी लड़की दिखी. मैंने उससे दोस्ती कर ली और मैं उसके जिस्म का मजा लेने के चक्कर में उसकी बस में साथ जाने लगा. फिर …

मां बेटी फाइनेंसर से चुद गयी

सुहागरात की सेक्सी कहानी में पढ़ें कि पति की मौत के बाद होम लोन नहीं दिया तो मैंने फाइनेंसर को पटाया. लेकिन उसने मेरी बेटी के साथ सुहागरात की मांग की.

होली पर मेरी ससुराल में घमासान सेक्स- 4

मेरी फैमिली पोर्न स्टोरी में पढ़ें कि मैंने और मेरी जेठानी छोटी ननद की चुदाई ननदोईजी से करवाई. इस पर दोनों ननदों ने कैसे हम दोनों की गांड डिल्डो से मार कर बदला लिया.

धोबी घाट पर माँ और मैं -2

हमारा काम धोबी का था, माँ देखने में बहुत सुंदर है, जब माँ कपड़े को नदी के किनारे धोने के लिये बैठती थी, तब वो अपनी साड़ी और पेटिकोट को घुटनों तक ऊपर उठा लेती थी... घर में भी कपड़े इस्तरी करते वक्त माँ अपना पेटिकोट