नीलम चाची की चुदाई के लिए कभी ना कभी हाँ -1 |
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Read: - प्रिय पाठको,
मेरा नाम राहुल है, मैं 24 साल का हूँ, सूरत गुजरात में रहता हूँ.. अन्तर्वासना मेरी पसन्दीदा अडल्ट साइट है। आज इसी पर अपनी कहानी आपके लिये लिख रहा हूँ।
यह कहानी खूबसूरती से भरपूर मेरी चाची नीलम के बारे में है। इस कहानी में 95% सच बातें ही है और 5% थोड़ा सा कामुक मसाला मिलाया है।
यह मेरी पहली कहानी है.. उम्मीद है कि आपको मेरी कहानी मस्त लगेगी।
यह घटना तीन साल पहले की है, मेरी फैमिली ने उस वक़्त सूरत में ही नए फ्लैट में शिफ्ट किया था। इस अपार्टमेंट की खूबी यह थी कि एक फ्लोर पर सिर्फ़ दो फ्लैट थे। हमारे सामने वाला फ्लैट मेरे चाचाजी ने लिया था।
चाचा जी मेरे पापा के छोटे भाई हैं और 18-20 साल पहले भरूच जॉब के लिए शिफ्ट कर गए थे। चाचाजी ने अब भरूच से सूरत वापिस शिफ्ट किया था।
चाचा की फैमिली में नीलम चाची और उनका 13 साल का बेटा था। चाची की उम्र उस समय 35 साल के करीब होगी।
मैं कॉलेज के थर्ड इयर में पढ़ाई कर रहा था। अपने कॉलेज में वैसे तो एक से बढ़ कर एक हुस्न वाली लड़कियाँ थीं.. पर जब से मैंने नीलम चाची को देखा तो महसूस हुआ कि वे सब लड़कियाँ तो पनीली चाय थीं।
नीलम चाची इस उम्र में भी हॉट लगती थीं.. कोई देखे तो यकीन भी ना करे.. कि उनका तेरह साल का लड़का भी हो सकता है। मैं तो उनको देखते ही उन पर लट्टू हो गया था।
हमारे और चाचाजी के फैमिली रिलेशन अच्छे थे, हम एक-दूसरे के घर अक्सर आया-जाया करते थे, हमारे एक-दूसरे के घर डिनर और गेट-टुगेदर भी होते थे।
मैं नीलम चाची को घूरता रहता था, मेरी नज़र कभी उनके चूचों की घाटी.. साड़ी के पल्लू के बीच में से उनकी नाभि.. या फिर उनके उठे हुए चूतड़ों पर टिकी ही रहती थी। मैं उनके हुस्न के ख़यालों में खो जाता.. पर कभी मैंने चाचीजी को चोदने के बारे में नहीं सोचा था।
नीलम चाची के बारे में कहूँ तो तो वो एक साधारण भारतीय नारी हैं। जैसा कि मैंने बताया कि उनकी उम्र लगभग 35 साल की है.. उनकी त्वचा एकदम दूध जैसे सफ़ेद रंगत लिए हुए है.. उनकी हाइट करीब 5’2″ की होगी। उनकी आँखें बहुत ही क्यूट लगती हैं, बहुत चंचल आँखें थीं। उनके चूचे थोड़े से आम जैसे नुकीले आकार के थे.. और उनकी ब्रा का कप साइज़ बड़ी कटोरी जितना होगा।
उनके होंठ बड़े ही सेक्सी थे.. उनका नीचे का होंठ थोड़ा बड़ा था.. जो कि जैसे किस करने के लिए ही बना हो। उनके बाल मध्यम लंबाई के थे। चूतड़ एकदम पर्फेक्ट साइज़ और शेप के थे।
उनकी कमर 28 इंच के करीब की होगी। उनका चेहरा बहुत ही क्यूट है.. और फेस की चमक बिल्कुल नई उम्र की लौंडियों जैसी थी। उनको हमेशा गुजराती स्टाइल में साड़ी पहनना पसंद है।
रात को वे नाइटगाउन पहनती हैं तब तो मानो वे कहर ढाती हैं।
शी इज टू सेक्सी एंड हॉट..
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
आखिरकार मेरा नसीब जाग गया। उस दिन हमारे घर केबल का प्राब्लम था.. तो मैं नीलम चाची के घर टीवी देखने के लिए गया.. क्यूंकि उनके घर में डिश टीवी लगा है।
मैं उनके घर हॉल में बैठ कर टीवी देख रहा था.. उस टाइम घर पर सिर्फ़ नीलम चाची थीं.. क्यूंकि चाचाजी ऑफिस गए हुए थे। मेरा कज़िन स्कूल में था।
उस समय नीलम चाची अन्दर के कमरों की साफ़-सफाई कर रही थीं।
मैं अपने टीवी प्रोग्राम में व्यस्त था.. तभी अन्दर से नीलम चाची की आवाज़ आई। मैं उठ कर अन्दर गया तो देखा की वो झाड़ू लेकर खड़ी थीं। उन्होंने अपनी साड़ी फोल्ड करके अपनी कमर में खोंस रखी थी। उनके घुटने वैसे ही नंगे दिख रहे थे।
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उनको स्टोर के ऊपरी हिस्से में सफाई करनी थी.. इसलिए उन्होंने मुझे स्टूल को पकड़ने के लिए बुलाया था। स्टूल करीब 3 फीट का था.. वो स्टूल के ऊपर चढ़ गईं।
मैं स्टूल को पकड़ कर नीचे खड़ा था।
मैंने जब ऊपर देखा.. तो नीचे से साड़ी में से नीलम चाची की गोरी जांघें साफ़ दिख रही थीं। उनकी लाल रंग की छोटे फूलों वाली पैन्टी भी साफ़ दिख रही थी। मैं उसी वक़्त काफ़ी उत्तेजित हो गया। मुझ पर सेक्स बहुत सवार हो गया था। मुझे होश ही नहीं रहा.. मैंने कामवासना से भर कर उनके पैरों की पिंडलियों को मसल दिया और उन पर चुम्मा करने लगा। मैं पिंडलियों को जोर से मसल कर चूमने और चूसने लगा, मेरे हाथ नीलम चाची की जाँघों को रगड़ने लगे।
पता नहीं उत्तेजनावश मैं क्या कर रहा था.. पर जो भी हो.. मुझे बहुत ही मजा आ रहा था।
उतने में नीलम चाची नीचे उतर आईं। मैं उनको अपनी बांहों में लेकर चूमने लगा। मैंने उनकी चूचियों को चुम्बन किया.. गर्दन को किस किया.. कानों को चूमा.. गालों को भी चुम्बन किया।
मैं पागलों की तरह यह सब कर रहा था। नीलम चाची भी अचानक से हुए इस बर्ताव को समझ नहीं पाईं।
वो भी भावना में बहने लगी थीं.. मैं उनको लिपकिस करने लगा.. तो उन्होंने भी अच्छा रिस्पॉन्स दिया। उन्होंने अपने होंठ खोल दिए.. हम एक-दूसरे के होंठ को चूस रहे थे।
पर तभी अचानक नीलम चाची को पता नहीं क्या हुआ.. उन्होंने मुझे धकेल करके दूर कर दिया, वो बोलीं- यह ठीक नहीं है प्लीज़ तुम चले जाओ.. और ये सब भूल जाओ।
मैं एकदम से शॉक्ड हो गया.. एक पल के लिए मुझे भी यह ग़लत लगा.. लेकिन जैसे ही वो चलने लगीं.. तो मैंने उनको पीछे से पकड़ लिया। उनके चिकने पेट पर मैंने अपना एक हाथ रख कर सहलाने लगा.. और अपना दूसरा हाथ उनके चूचों पर रख कर दबाने लगा। साथ ही मैं उनकी गर्दन को चुम्बन कर रहा था। नीलम चाची वापस से पिघल गईं.. और वे भी मुझे चुम्बन करने लगीं।
मैं उनको बेडरूम में ले गया और उनकी साड़ी निकाल दी। वो पूरी तरह से कांप रही थीं। उनके मन में दो-तरफा विचार आ रहे थे.. पर वो काम-वासना से चुदासी भी हो उठी थीं।
वो बार-बार कहतीं- नहीं यह ठीक नहीं है.. हमें यह नहीं करना चाहिए..
पर पूरी तरह से मेरे चुम्बनों का विरोध भी नहीं कर रही थीं।
मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी। वो भी अपने ब्लाउज और पेटीकोट में थीं।
मैंने उनको बिस्तर पर लेटा दिया.. वो अभी भी कांप रही थीं।
मैंने उनके गालों को चूमते हुए फिर से उनकी गर्दन को चुम्बन किया। जैसे ही मैं उनके पेट पर अपनी जीभ को फेर रहा था.. उनका पेट बहुत ही कांपने लगा।
नीलम चाची जैसे ही बोलने जा रही थीं कि यह ग़लत है.. तभी मैंने उनकी नाभि में अपनी जीभ डाल दी और उनके मुँह से ‘आमम्मह.. अयाया.. यह ठीक नहीं है..’ निकल गया।
मैं उनकी नाभि को चूस ही रहा था.. तभी वो बोलीं- उउम्म्म्म राहुल प्लीज़ इसस्स.. अयाह.. छोड़ दो मुझे.. चले जाओ..
मैं उनकी सिसकारियाँ सुन कर बहुत ही उत्तेजित हो गया था।
नीलम चाची की साँसें काफ़ी भारी हो गई थीं। मैं अब उनके ब्लाउज की गली को चूसता हुआ उनकी गर्दन को चूसते हुए.. अब उनके गालों को चूसने लगा। मैं अपने होंठ उनके होंठों के पास ले गया.. तो वो मुझे किस के लिए खींचने लगीं। मैं भी उनके होंठों पर टूट पड़ा।
बड़े ज़ोर से उनके होंठों को अपने होंठों से मिला कर चूसने लगा.. तभी उन्होंने अपना मुँह खोल दिया और हमारी जीभ मिल गईं। हम एक-दूसरे की जीभ को बारी-बारी से चूसने लगे। यह काफ़ी कामुक और लंबा ‘फ्रेंच स्मूच’ था।
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